img Leseprobe Leseprobe

बयार विरह की

surjeet Kumar

EPUB
1,49
Amazon iTunes Thalia.de Hugendubel Bücher.de ebook.de kobo Osiander Google Books Barnes&Noble bol.com Legimi yourbook.shop Kulturkaufhaus
* Affiliatelinks/Werbelinks
Hinweis: Affiliatelinks/Werbelinks
Links auf reinlesen.de sind sogenannte Affiliate-Links. Wenn du auf so einen Affiliate-Link klickst und über diesen Link einkaufst, bekommt reinlesen.de von dem betreffenden Online-Shop oder Anbieter eine Provision. Für dich verändert sich der Preis nicht.

ebook img Link Publisher

Belletristik / Gegenwartsliteratur (ab 1945)

Beschreibung

प्यार, इश्क़ और मोहब्बत में जब तक जुदाई ना हो तब तक कुछ ना कुछ अधूरा सा लगता है। जुदाई दर्द भी देती है, जुदाई यादों की बारात में तन्हा अकेली रात में साथ भी देती है। कभी बस यूॅं ही हॅंसा देती है, पर मत पूछो कभी कितना रुला देती है। कभी टिप-टिप बरसती बरसात की बूंदे तो कभी बसंती बयार विरह की टीस को हवा दे देती है। कभी सामने होते हुए भी अजनबी से लगते है वो, तो दुनियाँ छोड़ कर जाने के बाद भी अपने से लगते है वो। बस ऐसे ही कुछ पलों को कविताओं का रूप देकर अपनी प्रस्तुत पुस्तक के माध्यम से आप तक पहुॅंचने का प्रयास कर रहा हूॅं।

 

Weitere Titel in dieser Kategorie
Cover शर्मा
सनी शर्मा
Cover कलंकित कवच में एक नाइट
जिल बारनट
Cover मेरा भाग्यशाली पैसा
जिल बारनट
Cover Humsafar
Tarannum Bose
Cover Shaap
Rajeev, Dr. Gupta
Cover Kismat Connection
Tarannum Bose
Cover ?????? ??????
Dawn Brower

Kundenbewertungen